नई दिल्ली,कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस महाधिवेशन में ऐसा भाषण दिया, जिससे कार्यकर्ताओं में जोश जरूर भर गया है। सबसे पहले सोनिया गांधी ने पार्टी के नए अध्यक्ष और पुत्र राहुल गांधी को बधाई दी। उन्होंने कहा, 'मैं नए अध्यक्ष राहुल गांधी को बधाई देना चाहती हूं। मैं उनका अभिनंदन करती हूं और उन्हें शुभकामनाएं देती हूं। उन्होंने बहुत चुनौतीपूर्ण समय में यह जिम्मेदारी संभाली है। हम सभी को ऐसे समय में मिल-जुलकर उनके साथ काम करना चाहिए। यह समय अपनी निजी आकांक्षाओं को देखने का नहीं है, बल्कि ये देखने का है कि पार्टी का हर शख्स उसके लिए क्या-क्या कर सकता है। यह देखने का समय है कि 100 साल से पुरानी इस महान पार्टी को कैसे ऊपर लेकर जाया जाए। आज पार्टी की जीत ही हम सबकी जीत का लक्ष्य होना चाहिए।'
पार्टी के इतिहास की झलक पेश करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ एक रानीतिक दल नहीं है, बल्कि आगे की सोच है। कांग्रेस में लोगों को संपूर्ण भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई देती है। ये पार्टी सभी को साथ आगे लेकर चलने में विश्वास रखती है। हम चाहते हैं कि कांग्रेस फिर से वो पार्टी बने जो देश का एजेंडा तय करे। देश के विभिन्न लोगों की उम्मीदों की पार्टी बने। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का ऐसा शानदार प्रदर्शन हो कि देश की राजनीति को एक नई दिशा मिले।
उन्होंने कहा, ये सभी जानते हैं कि मैं राजनीति की दुनिया में कभी नहीं आना चाहती थी, लेकिन पार्टी के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए मैंने कांग्रेस का नेतृत्व संभाला था। पार्टी को तब मेरी जरूरत थी। तब से अब तक मैं कांग्रेस की सेवा करती आई हूं। हम देश को तरक्की की राह पर लेकर गए। लेकिन पिछले 4 साल में देश का माहौल काफी बदल गया है। मोदी सरकार के तानाशाही रवैये, संविधान की उपेक्षा, विभाजनकारी नीतियों, संसद का अनादर, विपक्षियों पर झूठे मुकदमे चलाना और मीडिया पर लगाम लगाने के खिलाफ कांग्रेस संघर्ष कर रही है। पिछले चार सालों में मोदी सरकार ने हमारी पार्टी को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन हम झुकेंगे नहीं, टूटेंगे नहीं उनका सामना करते रहेंगे।
सोनिया गांधी ने कहा कि यह हमारी कांग्रेस पार्टी ही है, जिसने राष्ट्रनिर्माण में सबसे ज्यादा योगदान दिया है। यह हमारी कांग्रेस पार्टी ही है जो हर हाल में लोगों से जुड़ी रहती है, जो अन्याय के खिलाफ आवाज उठाती है और संघर्ष के लिए आगे रहती है। प्रधानमंत्री मोदी और उनके सहयोगियों के फर्जी दावों का हम सबूतों के साथ खुलासा कर रहे हैं। यूपीए के शासनकाल में महात्मा गांधी नरेगा, वन अधिकार, भूमि अधिग्रहण, शिक्षा, स्वास्थ्य और भोजना का अधिकार, सूचना का अधिकार जैसे-जैसे कानूनों से करोड़ों लोगों की जिंदगी में बदलाव आया। लेकिन आज यह देखकर अफसोस ही नहीं बेहद दुख होता है कि इन सभी कार्यक्रम और योजनाओं को मोदी सरकार कमजोर कर रही है। उन्हें नजर अंदाज कर रही है। यूपीए सरकार के दौरान हम अपने संकल्पों के प्रति प्रतिबद्ध रहे। लेकिन मोदी सरकार हमारी योजनाओं को बंद कर रही है।
उन्होंने कहा कि लोग अब समझ रहे हैं कि सबका साथ सबका विश्वास, ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा जैसे उनके वादे ड्रामेबाजी और वोट हथियाने की चाल थी। कुर्सी हथियाने की चाल थी। मैं उन राज्यों के अपने कार्यकर्ताओं की दिल से तारीफ करना चाहती हूं, जहां कांग्रेस सरकार नहीं है। लेकिन हमारे कार्यकर्ता मौजूदा राज्य सरकारों के गलत नीतियों का विरोध तमाम तकलीफों के बावजूद कर रहे हैं। मौजूदा समय में कांग्रेस अध्यक्ष और हमारे सामने चुनौतियां कम नहीं हैं। लेकिन हम सभी को मिलकर चुनौतियों का सामना करना होगा।
कांग्रेस ने तैयार किया 2019 का रोडमैप
कांग्रेस का दृष्टिकोण बेहद साफ है कि जो कोई भी केंद्र की मोदी सरकार को हराना चाहता है, वो उनके साथ आ सकता है। ऐसी पार्टियों के लिए उनके दरवाजे खुले हैं। पार्टी ने अपने राजनीतिक संकल्प में कहा, 'कांग्रेस सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ सहयोग के लिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएगी और 2019 के चुनावों में भाजपा-आरएसएस को हराने के लिए एक सामान्य कार्ययोजना तैयार करेगी।' इससे पहले राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में प्रथम पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए यह दावा किया कि ये कांग्रेस पार्टी ही है, जो 'रास्ता दिखाने और राष्ट्र को आगे बढ़ा' सकती है। ज्ञात हो कि देश में आम चुनाव अप्रैल या मई 2019 में हो सकते हैं। कांग्रेस को फिर से कामयाबी की बुलंदियों पर लेकर जाएंगे।
कांग्रेस का दृष्टिकोण बेहद साफ है कि जो कोई भी केंद्र की मोदी सरकार को हराना चाहता है, वो उनके साथ आ सकता है। ऐसी पार्टियों के लिए उनके दरवाजे खुले हैं। पार्टी ने अपने राजनीतिक संकल्प में कहा, 'कांग्रेस सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ सहयोग के लिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएगी और 2019 के चुनावों में भाजपा-आरएसएस को हराने के लिए एक सामान्य कार्ययोजना तैयार करेगी।' इससे पहले राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में प्रथम पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए यह दावा किया कि ये कांग्रेस पार्टी ही है, जो 'रास्ता दिखाने और राष्ट्र को आगे बढ़ा' सकती है। ज्ञात हो कि देश में आम चुनाव अप्रैल या मई 2019 में हो सकते हैं। कांग्रेस को फिर से कामयाबी की बुलंदियों पर लेकर जाएंगे।
By;- trends hindi news
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